गढ़वा रोड किनारे नली निर्माण के दौरान पानी पाइप लाइन क्षतिग्रस्त होने होने से हो रही बिना काम की बहाव

गढ़वा रोड किनारे नाली निर्माण के दौरान पानी की पाइपलाइन क्षतिग्रस्त, व्यर्थ बहा पानी
गढ़वा शहर के मुख्य मार्ग के किनारे हो रहे नाली निर्माण कार्य के दौरान लापरवाही सामने आई है। मंगलवार को जेसीबी मशीन से नाली की खुदाई करते समय नगर परिषद की पेयजल आपूर्ति पाइपलाइन क्षतिग्रस्त हो गई, जिससे तेज़ गति से पानी बहने लगा और क्षेत्र में हड़कंप मच गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, यह घटना गढ़वा रोड के वार्ड संख्या 10 के पास उस समय हुई जब निर्माण एजेंसी की ओर से कार्य कराया जा रहा था। मशीन द्वारा खुदाई के दौरान पहले से बिछी हुई पीवीसी पाइपलाइन फट गई, जिससे हजारों लीटर पीने योग्य पानी सड़क पर बह गया। कई घंटों तक पानी व्यर्थ बहता रहा और राहगीरों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा।
स्थानीय निवासी रवि कुमार ने बताया कि “हमारे इलाके में पहले ही पानी की किल्लत बनी रहती है, और जब पाइप से पीने का पानी इस तरह बहता है तो दुख होता है। यह पूरी तरह से संबंधित ठेकेदार और प्रशासन की लापरवाही है।”
घटना की सूचना मिलने के बाद नगर परिषद का जल विभाग मौके पर पहुंचा और पानी की मुख्य आपूर्ति को बंद कराया गया। करीब चार घंटे बाद मरम्मत कार्य शुरू हुआ, लेकिन तब तक काफी मात्रा में पानी नष्ट हो चुका था।
विपक्षी पार्षद अनीता देवी ने नगर प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि “नगर परिषद बिना किसी समन्वय के कार्य करवा रही है। पहले से बिछी पाइपलाइन और केबल की जानकारी लिए बिना खुदाई शुरू कर दी जाती है। इस तरह के कार्यों से जनता को ही परेशानी होती है।”
नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी राजीव रंजन ने मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, “हमने संबंधित एजेंसी को चेतावनी दी है। आगे से किसी भी निर्माण कार्य से पहले पीएचईडी (जनस्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग) से समन्वय सुनिश्चित किया जाएगा।”
पाइप फटने से आसपास के मोहल्लों – कृष्णा नगर, शिवपुरी और आजाद नगर में पानी की आपूर्ति ठप रही। स्थानीय लोगों ने शिकायत की कि प्रशासन ने वैकल्पिक जल आपूर्ति की कोई व्यवस्था नहीं की।
हालांकि देर शाम तक क्षतिग्रस्त पाइप की मरम्मत कर दी गई थी, लेकिन पानी की नियमित आपूर्ति बहाल होने में अभी एक-दो दिन का समय लग सकता है।
समस्या की जड़:
गढ़वा नगर परिषद क्षेत्र में कई स्थानों पर पाइपलाइन और सीवर लाइन आपस में मिलती-जुलती दूरी पर बिछी हुई है। नाली निर्माण या सड़क मरम्मत कार्यों के दौरान बिना पूर्व सर्वेक्षण के खुदाई की जाती है, जिससे इस तरह की घटनाएं बार-बार सामने आती हैं।
जनता की मांग:
स्थानीय लोगों ने मांग की है कि भविष्य में कोई भी निर्माण कार्य शुरू करने से पहले सभी विभागों की समन्वय बैठक हो। साथ ही यह सुनिश्चित किया जाए कि किसी भी उपयोगी सार्वजनिक संसाधन को क्षति न पहुंचे