भवनाथपुर विधानसभा सीट पलामू लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा रहा है। यहां से झामुमो के प्रत्याशी अनंत प्रताप देव ने भाजपा के भानु प्रताप शाही को करारी शिकस्त दी है।
अनंत प्रताप को 1,46,265 से ज्यादा वोट मिले। वहीं पर शाही को 1,24,803 मत मिले। हार और जीत के अंतर की बात करें तो 21462 वोटों का रहा।
यह विधानसभा क्षेत्र कांग्रेस, भाजपा, एआईएफबी समेत अन्य दलों के लिए चुनावी अखाड़ा बनता रहा है। इस बार भवनाथपुर में भाजपा के भानु प्रताप शाही और झामुमो के अनंत प्रताप देव के बीच मुकाबला था। झारखंड विधानसभा के लिए 2005 में कराए गए पहले चुनाव में यहां से एआईएफबी नेता भानु प्रताप साही विधायक चुने गए।
2009 के चुनाव में यहां से कांग्रेस के अनंत प्रताप देव ने जीत हासिल की। उन्होंने भानु प्रताप साही को हराया। 2014 के चुनाव में नवजवान संघर्ष मोर्चा के टिकट पर चुनाव लड़े भानु प्रताप साही विधायक चुने गए।
2019 के विधानसभा चुनाव में भानु प्रताप साही भाजपा के टिकट पर लड़े और उनको दोबारा जीत हासिल हुई। वह अलग अलग दलों की ओर से चुनाव लड़कर तीसरी बार विधायक बने।
17 उम्मीदवारों ने आजमाई किस्मत
भवनाथपुर के चुनावी रण में भाजपा झामुमो सहित कुल 17 उम्मीदवारों ने अपनी किस्मत आजमाई, जिसमें झारखंड मुक्ति मोर्चा के अनंत प्रताप देव विजयी रहे। अनंत को 146265 वोट मिले। वहीं बीजेपी के भानू प्रताप साही 124803 वोट के साथ दूसरे नंबर पर रहे। तीसरे नंबर पर 5946 वोटों के साथ निर्दलीय उम्मीदवार राहुल प्रसाद गुप्ता रहे।
भवनाथपुर विधानसभा में 4 लाख से ज्यादा मतदाता है। इस बार के चुनाव में भवनाथपुर में 60 फीसदी से ज्यादा मतदान हुआ था। इस सीट पर कुल 67.91 फीसदी मतदान हुआ। झारखंड में दो चरणों में 13 और 20 नवंबर को मतदान हुआ था। इस सीट पर पहले चरण में 13 नंवबर को वोटिंग हुई।
भवनाथपुर विधानसभा सीट का इतिहास
गढ़वा जिले का हिस्सा यह विधानसभा क्षेत्र डाल्टनगंज, छतरपुर समेत कई प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है। यह इलाका चेरो राजवंश के शासनकाल में अस्तित्व में आया था। इस इलाके का बड़ा क्षेत्र सोन नदी के किनारे होने से यहां की जमीन उपजाऊ है। इस क्षेत्र में निवास करने वाले ज्यातर मतदाता कृषि व्यवसाय से जुड़े हुए और यहां बड़े पैमाने पर धान की फसल होती है।